ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) स्कूटरों को काफी पंसद किया जाता है और इनकी सेल भी काफी अच्छी होती है। इस कंपनी के आईपीओ ने लिस्टिंग के बाद में मार्केट में काफी धूम मचाई थी और निवेशकों को मालामाल कर दिया था।
ओला ने लिस्टिंग के बाद लगातार दो दिन अपर सर्किट मार कर निवेशकों की झोली भर दी थी। इससे बाद कंपनी की सबसे बड़ी प्रतिद्वंदी एथर एनर्जी (Ather Energy) भी आईपीओ लाने की तैयारियों में है।
इसके लिए कंपनी ने सेबी (SEBI) के पास सितंबर की शुरुआत में ही आईपीओ के दस्तावेज को जमा कर सकती है। इस कंपनी का आईपीओ 45 करोड़ डॉलर (लगभग 3700 करोड़ रुपये) का हो सकता है और एथर एनर्जी मंगलवार को ही यूनिकॉर्न बनी है। इसके साथ कंपनी के आईपीओ लाने का इरादा भी सामने आया है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इलेक्ट्रिक टू व्हीलर निर्माता एथर एनर्जी ने अपने निवेशक नेशनल इनवेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (NIIF) से 600 करोड़ रुपये को जुटा लिए हैं। इस फंडिंग के अलावा कंपनी अब 1.3 अरब डॉलर वैल्यूएशन के साथ यूनिकॉर्न लिस्ट में शामिल हो चुकी है।
इस कंपनी ने आईपीओ के लिए एचएसबीसी (HSBC), जेपी मॉर्गन (JP Morgan) और नोमुरा (Nomura) को भी नियुक्त कर लिया है। बता दें कि एथर एनर्जी की स्थापना तरुण मेहता (Tarun Mehta) और स्वप्निल जैन (Swapnil Jain) ने की थी।
आईपीओ के बाद कंपनी की वैल्यूएशन बढ़ी
आपको बता दें कि एथर एनर्जी के बड़े निवेशकों में टाइगर ग्लोब मैनेजमेंट, सचिन बंसल और बिन्नी बंसल भी शामिल हैं। इस कंपनी की दो मैन्युफैक्चरिंग यूनिट तमिलनाडु में और तीसरा प्लांट बहुत जल्द महाराष्ट्र में खुलने वाला है। अब कंपनी आईपीओ के बारे में गंभीरता से सोच रही है और इसका नाम बदलकर एथर एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड से बदलकर एथर एनर्जी लिमिटेड कर दिया गया है। कंपनी का आईपीओ इस वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में आ सकता है और कंपनी की वैल्यूएशन 2 अरब डॉलर हो जाएगी।
ईवी की सेल में हुई बढ़ोत्तरी
ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल) की डिमांड के साथ इसकी सेल भी 66 फीसदी तक बढ़ी है और आगे भी बढ़ेगी। ईवी बैटरी की मैन्यूफैक्चरिंग के साथ ही प्रोडक्ट सस्ते हो गए हैं और इनकी सेल में भी बढ़ोत्तरी हो गई है। ओला इलेक्ट्रिक 35 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ टॉप पर है। तो वहीं एथर एनर्जी के पास मार्केट की 9 फीसदी हिस्सेदारी है।